एक महात्मा का नाम था बापू

एक महात्मा का नाम था बापू

रूहानी कुमारी

वर्ग -7वीं

मध्य विद्यालय जारंग डीह

गायघाट, मुजफ्फरपुर

एक महात्मा का नाम था बापू

राष्ट्रपिता कहलाए थे.

तन पर एक लंगोटा-धोती पहने

चरखा खूब चलाए थे- ग्रामस्वराज सिखलाये थे.

अंग्रेजो ने कष्ट दिया था, फिर भी कदम बढ़ाएँ थे.

ब्रिटिश को भगाने में, अहम भूमिका निभाएँ थे.

रग- रग में सच्चाई भी भरी थी, सत्याग्रह अपनाये थे.

वतन के प्रति कुर्बान थे, भारत माँ के लाल थे,

महापुरुष कहलाए थे.

आओ, हमसब मिलकर बापू के सम्मुख शीश झुकाएँ.

(यह स्वरचित कविता कक्षा 7वीं की छात्रा ने लिखी है.)

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